NPS क्या है? NPS की क्या विशेषताएं हैं

NPS यानि की National Pension Scheme जिसे हिंदी में राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली भी कहा जाता। एनपीएस भारत की एक बहुचर्चित योगदान पेंशन स्कीम है, जो Pension Fund Regulatory and Development Authority के द्वारा संचालित है और यह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आता है। ज्यादातार लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं, जबकि यह बहुत जरुरी योजना है जिसके बारे में हर वर्ग कर्मचारी या कामगार व्यक्ति जो सरकारी या प्राइवेट कंपनी में काम करता है उसे जरूर पतत होनी चाहिए। आज हम सरकार की NPS योजना के बारे में बात करेंगे। राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) क्या हैं? और राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) के लाभ और विशताओं के बारे में भी जानेंगे।

नेशनल पेंशन स्कीम क्या हैं?

नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) भारत सरकार की योजना हैं, जो एक पेंशन स्कीम के साथ सह निवेश योजना हैं। इस योजना से सरकार देश के नागरिकों को वृद्धावस्था में सुरक्षा प्रदान करने की गारंटी देती है। “सेवानिवृत्ति के समय हर व्यक्ति के पास इतना धन या राशि हो जिससे वो अपना जीवन सुचारू रूप से चला सके, वह किसी पर भी वित्तीय रूप से निर्भर न हो” यहीं एनपीएस योजना को लाने का मुख्य उद्देश्य है।

पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा ही एनपीएस स्कीम का विनियमन किया जाता हैं। नेशनल पेंशन स्कीम के माध्यम से व्यक्ति अपने वृद्धावस्‍था को वित्तीय रूप से सुरक्षित कर सकते हैं। इस स्कीम को भारत सरकार ने साल 2004 में लॉन्च किया था, तब यह योजना सिर्फ सरकारी कर्मचारियों के लिए हुआ करती थी। मगर साल 2009 में भारत सरकार ने इस योजना को भारत के सभी नागरिकों के लिए शुरू कर दी। 

एनपीएस योजना में  कौन कौन शामिल हो सकता हैं?

भारत देश का कोई भी नागरिक जिसकी उम्र 18 साल से 65 साल के बीच हो वो इस योजना के तहत अपना एनपीएस अकाउंट खुलवा सकता हैं। यह भारत के प्रवासी (NRI) और आवासीय  दोनो नागरिक इस योजना का लाभ ले सकते हैं, और भारत का हर एक नागरिक चाहे वो सरकारी कर्मचारी हो या प्राइवेट कर्मचारी हो, दुकानदार हो, मजदूर हो, बेरोजगार हो, व्यापारी हो आदि इस योजना का हिस्सा ले सकते हैं।

एनपीएस एकाउंट कहा खुलवाए और कैसे?

एनपीएस अकाउंट खुलवाना बहुत ही आसान है, आज के समय में लगभग सभी लोगो के बैंक में सेविंग एकाउंट है, तो बस आपको अपने बैंक अकाउंट की जानकारी और पैन कार्ड से आप स्वयं ऑनलाइन एनपीएस ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी एनपीएस खाता खोल सकते है साथ ही पीएफआरडीए द्वारा नियुक्त ऑनलाइन सेंटर पर जाकर भी आप अपना एनपीएस खाता खुलवा सकते हैं। जिसके बाद आपको एक विशिष्‍ट स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या (पीआरएएन) प्रदान कर दिया जाएगा। ये पीआरएएन नंबर 12 संख्या का होता है। वहा पीआरएएन नंबर आपके शेष जीवन तक स्थायी रहेगा जिसके माध्यम से भारत में कहीं से भी निवेश और विनिवेश कर सकेंगे।

एक व्यक्ति एक ही एनपीएस अकाउंट खुलवा सकता है। संयुक्त खाताधारक और संयुक्त हिंदू परिवार खाताधारक इस योजना में हिस्सा नहीं ले सकते हैं।

एनपीएस एकाउंट के प्रकार 

पीआरएएन नंबर आ जाने के बाद व्यक्ति के पास दो प्रकार के एनपीएस खाते खुलवा लेने की सूची उपलब्ध होती हे जो इस प्रकार है।

  • टायर वन एकाउंट : यह वो एनपीएस एकाउंट होते हैं जिसमे आप सिर्फ पैसे जमा कर सकते है निकल नहीं सकते हैं। टायर वन एकाउंट से पैसे सेवानिवृत्ति के बाद ही निकला जा सकता हैं। टायर वन एकाउंट में व्यक्ति को साल में कम से कम 100 रुपए प्रति वर्ष जमा करना अनिवार्य होता हैं।
  • टायर टू एकाउंट : यह वह खाता है जिसमे किसी प्रकार की रोकटोक नहीं होती पैसे निकालने और जमा करने में, टायर 2 एनपीएस खाते में सालाना कम से कम 1000 रुपए प्रति वर्ष जमा करना अनिवार्य होता हैं। एक प्रकार से ये पैसे निवेश करने वाला खाता ही जैसे हम म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं।

एनपीएस एकाउंट के लाभ

  • एनपीएस एक पारदर्शी और सरल पेंशन निधि योजना है यह व्यक्ति के दैनिक आधार पर भी उसके द्वारा निवेश राशि को ट्रैक कर सकता हैं।
  • पीएफआरडीए और एनपीएस ट्रस्ट द्वारा एनपीएस की देखरेख की जाती हैं। एनपीएस में निवेश राशि भारत सरकार को जाती है, जिससे हम 100% सुनिश्चित हो जाते है कि हमारी राशि पूर्णतः सुरक्षित हैं।
  • एनपीएस में निवेश राशि पर सालाना ब्याज मिलता ही साथ ही ब्याज के ऊपर ब्याज भी सालाना जुड़ता चला जाता हैं। एनपीएस के ब्याज दर बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट से भी ज्यादा होती हैं।
  • एनपीएस में निवेश राशि पूर्णता कर मुक्त होती हैं। एनपीएस में निवेश की गईं राशि पर कोई टैक्स नहीं देना होता हैं।

एनपीएस एकाउंट से पैसे कब और कैसे निकाले

  • एनपीएस टायर 2 में पैसे निकासी पर कोई रोकटोक नहीं होती हैं व्यक्ति जब चाहें तब पैसे निकाल सकता है।
  • एनपीएस टायर 1 में पैसे निकासी सिर्फ कुछ अहम परिस्थिति में निकल सकते है वो भी तब जब एनपीएस टायर 1 एकाउंट को 10 वर्ष पूर्ण हो गए हो। एनपीएस में जितनी राशि व्यक्ति ने जमा की हैं उसका सिर्फ 25% राशि ही निकल सकता है वो भी निम्न परिस्थिति में
  1.  व्यक्ति के परिवार में किसी सदस्य को कोई गंभीर बीमारी हो तब वो एनपीएस टायर 1 से पैसे निकालने के लिए आवेदन कर सकता हैं।
  2. अगर व्यक्ति को अपने बच्चो को उच्च स्तर की पढ़ाई में पैसे की जरूरत हो तब भी एनपीएस टायर 1 से पैसे निकाले जा सकते है।
  • एनपीएस टायर 1 से व्यक्ति को राशि तब ही मिलती है जब वह 60 वर्ष का हो जाए अगर व्यक्ति तब चाहें तो अपने निवेश को ओर 10 वर्ष के लिए बढ़ा सकते हैं।
  • एनपीएस की राशि पूर्ण रूप में नहीं मिलती है। जो भी राशि होती है उसका 60% सेवानिवृत्ति के समय दे दी जाती हैं बाकि 40% राशि को पेंशन के रूप में मासिक आधार पर दिया जाता है। यह जो राशि 60% राशि मिलती है वह पूर्णता टैक्स फ्री होती है परंतु 40% पेंशन राशि पर सालाना जो भी टैक्स स्लैब है उसके अनुसार टैक्स देना होता है।

एनपीएस में निवेश की प्रक्रिया

एनपीएस में आपके द्वारा निवेश किया गया पैसा मुख्यता  इक्विटी (Equity), कॉरपोरेट बॉन्ड (Corporate bonds) और सरकारी बॉन्ड (Government bonds) में निवेश किया जाता हैं।

एनपीएस एकाउंट आपको निवेश करने के लिए दो तरह की सलाह देता है एक्टिव चॉइस (Active Choice) और ऑटो चॉइस (Auto Choice)। 

एक्टिव चॉइस (Active Choice) से एनपीएस में यह मतलब होता है की खाताधारक स्वयं निर्णय लें की उसका पैसा कहा निवेश किया जाए जिसमे ज्यादा से ज्यादा 75% ही वो इक्विटी (Equity) में निवेश कर सकता हैं । ऑटो चॉइस (Auto Choice) में व्यक्ति को कुछ नहीं करना होता है यह एनपीएस का पेंशन फंड मैनेजर अपने हिसाब से आपके द्वारा निवेश की राशि को निवेश कर देता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न: एनपीएस से क्या लाभ है?

उत्तर: एनपीएस खाता होने से व्यक्ति रिटायरमेंट के बाद भी किसी के ऊपर वित्तीय रूप से निर्भर नहीं रहेगा। आज निवेश करेगा तो भविष्य में रिटायरमेंट के बाद उसे वित्तीय सुरक्षा मिल जाती हैं।

प्रश्न: एनपीएस कौन ले सकता है?

उत्तर: भारत का कोई भी नागरिक इस योजना में हिस्सा ले सकता है। भारत सरकार द्वारा लोगों के रिटायरमेंट में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए इस योजना का मुख्य उद्देश्य हैं।

प्रश्न: एनपीएस का क्या मतलब है?

उत्तर: एनपीएस यानी राष्‍ट्रीय पेंशन प्रणाली योजना जो एक पेंशन सह निवेश योजना हैं। भारत सरकार द्वारा लोगों की वृद्धावस्‍था में वित्तीय सुरक्षा देना है।

Narendra Mewada
Narendra Mewada

Narendra Mewada पेशे से एक Banker होने के साथ साथ Stock और Mutual Fund में एक Passionate निवेशक, साथ ही Finance Niche Content Writer। पिछले कुछ समय से मैं लोगों को Financially Independent बनने के लिए अपने हिंदी और सरल भाषा में ब्लॉग लिखकर प्रेरित कर रहा हूं।

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