किसान क्रेडिट कार्ड क्या है | KCC क्या है?

किसान क्रेडिट कार्ड जिसे आम लोग KCC के नाम से भी जानते हैं। KCC का फुल फॉर्म किसान क्रेडिट कार्ड ही होता है। भारत में कृषि सबसे महत्वपूर्ण अंग है। कृषि ने ही भारतीय अर्थव्यवस्था  को हमेशा अपने कंधे  रखा है फिर चाहे वो कारगिल युद्ध हो, 2008 की आर्थिक मंदी हो, या चाहे फिर कोरोना काल। भारत का इतिहास उठाकर देखा जाए तो कृषि हमारे किसान भाइयों के लिए बहुत महत्व रखता है। अगर हमें कृषि के क्षेत्र में लगातार विकास करना है, तो हमारे किसान भाइयों को विकसित होना होगा इसी के लिए भारत सरकार लगातार हमारे किसान भाइयों को आर्थिक और मानसिक रूप से प्रोत्साहित करती रहती है। हमारी सरकार कृषि क्षेत्र में लगातार विकास करने के लिए किसानों के लिए तरह-तरह की योजना लाती रहती है, और KCC उनमे से एक है। आज हम हमारे इस लेख में ऐसी ही एक भारत सरकार की महत्वपूर्ण केसीसी क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) योजना के बारे में विस्तार से जानेंगे, आप सब जानते ही होंगे क्रेडिट कार्ड क्या हैं और कैसे काम करते हैं। भारत सरकार ने किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड(Kisan credit card) जारी करके कृषि के क्षेत्र में आर्थिक रूप से सहायता और फायदे पहुंचाया हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड क्या है ?

भारत सरकार ने किसानों के लिए साल 1998 में किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan Credit Card scheme) की शुरुआत करी थी। किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan Credit Card scheme) के अंतर्गत भारत सरकार ने हमारे देश के किसान भाइयों को बैंक द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) जारी करने के लिए दिशा निर्देश दिए, ताकि किसान खेती करने के लिए जरूरी वस्तुएं जैसे खाद, बीज, उर्वरकों, कीटनाशकों आदि को समय पर खरीद सके।  किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) एक तरह से ऋण ही होता है जो किसानों को उनकी जमीन पर प्रदान किया जाता है।

गांव में किसानों को अपनी जरूरत के समय पैसे के लिए साहूकारों के पास जाना पड़ता था, जो उन से मनमाना ब्याज वसूलते थे। लेकिन अब किसान क्रेडिट कार्ड की मदद से किसान को बड़ी ही आसानी से ऋण मिल जाता है वो भी बहुत ही कम ब्याज दर पर। देश के कई राज्यों में तो किसान को किसान क्रेडिट कार्ड शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर भी उपलब्ध हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड एक तरह का ओवरड्राफ्ट होता है जिससे किसान जब चाहे तब पैसे जमा और निकाल सकता है। किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan credit card) की मदद से किसान को समय पर लोन मिल जाता है वो भी मात्र 7% ब्याज दर पर जिसमें आपको 3% की छूट मिल जाती है अगर आप ऋण राशि को ड्यू डेट से पहले ही जमा कर देते। किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan credit card) से लिए ऋण कोई भी व्यक्ति किसी भी बैंक से ले सकता है।

किसान क्रेडिट कार्ड का उद्देश्य और विशेषताएं

  • किसान क्रेडिट कार्ड का सबसे प्रमुख उद्देश्य किसानों को खेती करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है जिससे किसान समय पर खाद – बीज ले सके।
  • किसान अपनी कृषि से संबंधित सभी जरूरतों जैसे मोटर पंप को लेना, सिंचाई के लिए पाइप, कीटनाशक आदि ले सकते हैं।
  • किसान क्रेडिट कार्ड योजना लाने के लिए सरकार का मुख्य उद्देश्य में से एक ये भी थी कि किसान को साहूकारों से छुटकारा दिलाना। जब से किसान को किसान क्रेडिट कार्ड से अल्पावधि ऋण मिलने लगा है तब से किसान को किसी साहूकार के आगे पीछे घूमने की बिल्कुल जरूरत नहीं है।
  • किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कृषि सहकारी साख समिति से खाद बीज भी ले सकते हैं।
  • किसान क्रेडिट कार्ड किसी भी किसान का बन सकता है उसके लिए बस किसान के पास भूमि होना चाहिए जिसके ऊपर बैंक ऋण दे सके, इस योजना का लाभ छोटे से छोटा किसान भी ले सकते हैं।
  • इस योजना में Rupay card का इस्तेमाल किया गया जिसकी देख रेख भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा की जाती हैं। Rupay kisan credit card से सभी भारतीय बैंकों और वित्तीय संस्थानों में ई भुगतान की सुविधा प्रदान की गई है।
  • किसान क्रेडिट कार्ड योजना में हिस्सा लेने के लिए व्यक्ति अपनी नज़दीकी सहकारी समिति, वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों में जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
  • केसीसी ऋण लेने वाले कृषकों को अपनी फसल का बीमा करने के लिए कही जाने और परेशान होने की जरूरत नही होती हैं क्योंकि केसीसी कृषकों की फसल बीमा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के अंतर्गत किया जाता है।

किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर और अन्य शुल्क

किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर हर बैंक में अलग अलग देखने को मिलती है पर ज्यादातर ब्याज दर 4% से 6% से आसपास ही रहती हैं। किसान क्रेडिट कार्ड पर बैंकों को शासन से ब्याज सहायता राशि का भुगतान कर किसान को कम ब्याज दर से ऋण वितरण किया जाता है। KCC ऋण लेने वाले किसानों के लिए अतिरिक्त ब्याज देना पड़ सकता है अगर वो ड्यू डेट के बाद ऋण जमा करता है। अन्य शुल्क में कृषक को फाइल चार्ज, भूमि बंधक विलेख शुल्क जैसे शुल्क देना होते है पर यह शुल्क कितना होगा यह किसान क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता बैंक के विवेक पर निर्धारित रहता है। किसान क्रेडिट कार्ड से वितरित ऋण अल्पावधि फसल ऋण की श्रेणी में आता है जिसकी ड्यू डेट एक साल की होती हैं।

जो किसान भाई मध्यप्रदेश में रहते है उनको सहकारी समितियों से KCC ऋण शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर मिलता है, अगर वो ड्यू डेट के पहले अपना संपूर्ण ऋण राशि जमा करते है। मध्य प्रदेश की सहकारी समिति से कृषक अपनी सखा सीमा अनुसार खाद, बीज और नकद राशि ले सकता है वो भी बिना किसी ब्याज पर।

किसान क्रेडिट कार्ड की ऋण सीमा का निर्धारण कैसे किया जाता है?

किसान क्रेडिट कार्ड की भी साख सीमा होती हैं, जिस प्रकार सामान्य क्रेडिट कार्ड की होती है। किसान क्रेडिट कार्ड की साख सीमा का निर्धारण किसान की भूमि के अनुसार होता है। किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से जो ऋण वितरण किया जाना हैं वो किस अनुपात में किया जाए इसके लिए जिला स्तरीय तकनीकी समूह (District Level Technical Committee) की बैठक हर साल हर जिले में होती हैं। जिला स्तरीय तकनीकी समूह में जिलाधिकारी, नाबार्ड अधिकारी, कृषि विभाग और लीड बैंक अधिकारी शामिल रहते हैं।

जिला स्तरीय तकनीकी समूह के द्वारा हर साल जिले में फसल ऋण मान (Scale of finance) निर्धारित करती है। कमेटी द्वारा जो ऋण मान निर्धारित किया जाता है वो प्रति हेक्टेयर होता हैं, जो विभिन्न फसल के अनुसार अलग अलग रहता है। जो ऋणमान जिला स्तरीय तकनीकी समूह के द्वारा निर्धारित किया जाता है उसी के हिसाब से बैंक किसानों को ऋण वितरण करती हैं। किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan Credit Card scheme) के अंतर्गत किसानों को अधिकतम ₹300000 लाख रुपए तक ही ऋण दिया जाता है।

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया

किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) लेने के लिए कृषक को अपनी नज़दीकी सहकारी समिति, वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों में जाकर अपनी भूमि के दस्तावेजों के साथ अपनी संपूर्ण जानकारी केसीसी ऋण फॉर्म को भरकर देना होगा। किसान क्रेडिट कार्ड योजना में वो किसान जो पशुपालन करते हैं और जो मत्स्य पालन करते हैं वो भी आवेदन कर सकते हैं।

पात्र किसानों का आवेदन बैंकों के अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा 15 दिन के अंदर स्वीकृत कर दिया जाता है। आपको जिस भी बैंक या संस्था से किसान क्रेडिट कार्ड लेना है उसकी नज़दीकी शाखा या आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर संपूर्ण जानकारी ली जा सकती हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड योजना पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न: किसान क्रेडिट कार्ड का नियम क्या है?

उत्तर: किसान क्रेडिट कार्ड योजना में 3 लाख रुपए तक का ऋण मात्र 4% ब्याज दर पर मिल जाता है, किसान को अपने सम्पूर्ण दस्तावेज बैंक में प्रस्तुत करना होता है।

प्रश्न: किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए कितनी जमीन चाहिए?

उत्तर: किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए किसान को जमीन की कोई न्यूनतम सीमा नहीं है, छोटे से छोटा किसान भी किसान क्रेडिट कार्ड योजना में सम्मिलित हो सकते हैं।

प्रश्न: किसान क्रेडिट कार्ड पर कितना पैसा मिलता है?

उत्तर: किसान क्रेडिट कार्ड योजना में अपनी जमीन की साख सीमा के अनुसार पैसे मिलते हैं जिसकी अधिकतम सीमा 3 लाख रुपए तक है।

प्रश्न: किसान क्रेडिट कार्ड पर कितना पैसा मिलता है?

उत्तर: किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के 15 दिनों में मिल जाता है।

Narendra Mewada
Narendra Mewada

Narendra Mewada पेशे से एक Banker होने के साथ साथ Stock और Mutual Fund में एक Passionate निवेशक, साथ ही Finance Niche Content Writer। पिछले कुछ समय से मैं लोगों को Financially Independent बनने के लिए अपने हिंदी और सरल भाषा में ब्लॉग लिखकर प्रेरित कर रहा हूं।

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