Credit Card Fraud से कैसे बचें? क्रेडिट कार्ड फ्रॉड होने की स्थिति में क्या करे।

आज के समय में लगभग हर व्यक्ति क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहा है। पिछले कुछ समय में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) उद्योग में एक क्रांति से आ गई हैं। क्रेडिट कार्ड से जब आप कुछ खरीददारी करते है, तो आप वहा राशि क्रेडिट कार्ड कंपनी से उधार ले रहे हैं। जिसे आपको क्रेडिट कार्ड के मासिक बिल बनाने के बाद जमा करना होता है। आमतौर पर, हमने देखा हैं जो लोग खर्चीले होते है वो क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते समय बिल्कुल ध्यान नहीं रखते है जिसके चलते कभी कभी उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ जाता हैं।

अभी कुछ समय पहले ही मेरे एक साथी कालिक को आया बैंक मैसेज से पता चला की उसके अकाउंट से ₹80000 रुपए कट गए हैं। हम तुरंत बैंक गए तो पता चला की उनके क्रेडिट कार्ड से ₹80000 रुपए की शॉपिंग हुई हैं, जबकि उनका क्रेडिट कार्ड उनके पास ही उनके पर्स में मौजूद था। जब बैंक द्वारा पुष्टि होगी कि खाता धारक के द्वारा क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल नहीं किया गया है, तो बैंक द्वारा सांत्वना दी की पूर्ण जांच के बाद जो भी राशि क्रेडिट कार्ड से निकली गई हैं वो आपके ऊपर देय नही होगी।

मेरे साथी कालिक को इस चक्कर में जो मानसिक यातना झेलनी पड़ी वह असहनीय थी। क्रेडिट कार्ड से धोखाधड़ी के प्रकरण आज समय में बहुत हो रहे है। क्रेडिट कार्ड में एक चिपसेट रहते है, उसमे आपके क्रेडिट कार्ड की संपूर्ण जानकारी रहती हैं। हम सोचते है कि क्रेडिट कार्ड से लेनदेन करना सुरक्षित है, लेकिन आज कल क्रेडिट कार्ड कोडिंग जैसी तकनीक आ गई जिससे आपको बड़ी ही आसानी से ठगा जा सकता है। आज हम हमारे इस लेख में जानेंगे कि क्रेडिट कार्ड से धोखा धडी कैसे होती हैं और हम किस तरह से अपने आपको ठगने से बचा सकते हैं।

क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी क्या है? (What is credit card fraud ?)

आज के इस डिजिटल युग में जहां तमाम इंस्ट्रूमेंट और डिवाइस आ गए हैं, जिससे हमारी काम करने की क्षमता में बढ़ोतरी तो हुई ही हैं साथ में समय की बचत भी हो जाती हैं। जिनकी मदद से लोगों को कार्य करने में आसानी हों, परन्तु ये हमारा दुर्भाग्य है कि कुछ लोग उन्हीं का इस्तेमाल कर लोगों से धोखाधड़ी करते हैं। हम हर कभी सुनते रहते है क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के बारे में, पर हमें से बहुत से लोग इस बार में बिलकुल भी नहीं जानते हैं। जब आप के क्रेडिट कार्ड से कोई भी ऐसा लेन देन हो जाए जो आपके द्वारा या आपके संज्ञान के बिना हुआ हो तो उसे क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी ही कहेंगे। कही बार हमने देखा है कि ठगने वाले लोग कही न कही से क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वालों की जानकारी निकाल लेते है जिसके बाद उन व्यक्तियों से फोन पर संपर्क कर उन्हें गुमराह करके के उन से उनके क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी ले कर उनके कार्ड से पैसे निकाल लेते हैं।

एक अध्ययन में पाया गया कि हर साल भारत में क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के लगभग 40000 मामले सामने आते हैं। जिसमें ठगों द्वारा तकरीबन ₹100 करोड़ रुपए की चपत लग जाती हैं। क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी मामलों में ज्यादातर पीड़ित व्यक्ति पढ़े लिखे वर्ग के होते हैं। क्रेडिट कार्ड से धोखाधड़ी किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकती हैं। इससे बचने का सिर्फ एक ही उपाय है कि क्रेडिट कार्ड को सुरक्षित और सही तरह से इस्तेमाल करना आना चाहिए, क्रेडिट कार्ड से धोखाधड़ी कैसे होती है ये उनका पूर्ण ज्ञान हो व्यक्ति को तो वो इस प्रकार की धोखाधड़ी से खुद को बचा सकते हैं।

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क्रेडिट कार्ड फ्रॉड किस तरह से होता है?

  • जब कभी आपका मोबाइल फोन या लैपटॉप हैक कर लिया गया हो जिसमें आपके क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी हो जिसे हैकर्स द्वारा इस्तेमाल कर लिया जाता हैं।
  • कुछ लोगो की आदत होती की वो अपने क्रेडिट कार्ड पे ही या उसके साथ कागज पर गोपनीय पिन अंकित कर लेते जिससे जब कभी उनका क्रेडिट कार्ड कहीं गुम हो जाता है तो उसका दुरुपयोग हो जाता है।
  • आजकल कार्ड क्लोनिंग (Card cloning) भी हो जाती हैं, जब कभी आप किसी जगह अपने क्रेडिट कार्ड से भुगतान करते हैं। तो जिस व्यक्ति के विचार गलत होते हैं वो आपके क्रेडिट कार्ड का क्लोन मशीन से क्रेडिट कार्ड का क्लोन कार्ड बना लेते जिससे आपके बिना संज्ञान के भी आपके क्लोन क्रेडिट कार्ड से भुगतान हो जाता है।
  • आप सबने देखा ही होगा की आजकल ई मेल कितने ज्यादा आते है विभिन्न वेबसाइट और लोगो जिसमें जालसाज़ द्वारा आपके सिस्टम में लिंक के माध्यम या साथ में अटैच फाइल से डाउनलोड करने को कहेंगे जिससे आपके सिस्टम से आपकी निजी जानकारी जैसे क्रेडिट कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर आदि भी चोरी हो सकता है जिसे जालसाजों द्वारा गलत इस्तेमाल भी किया जा सकता है। इस तरह की तकनीक को फ़िशिंग (Phishing)  कहते हैं।
  • जालसाजी लोग आपको फोन करके बताएंगे कि हम बैंक से बोल रहे हैं, और आपको बैंक के विभिन्न ऑफर या किसी अपडेट के बहाने आपसे आपके क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी ले लेगा। जिससे वो आपके क्रेडिट कार्ड में उपलब्ध राशि की चपत लगा देगा ।

क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी से खुद को कैसे बचा सकते हैं?

  • हमेशा ध्यान रखे की कभी किसी भी व्यक्ति से साथ अपने क्रेडिट कार्ड की जानकारी को कभी शेयर न करे। यही नहीं बैंक कर्मचारियों द्वारा भी अगर आपके कार्ड की गोपनीय जानकारी मांगी जाए तो भी साझा नहीं करना हैं।
  • जैसा हमने आपको अभी बताया था कि कुछ लोगो की आदत होती हैं, कि वे लोग अपने क्रेडिट कार्ड के पीछे या उसके कागज पर गोपनीय पिन भी लिख रखते हैं। ये भी आपको नहीं करना चाहिए।
  • जब भी आप अपने क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन भुगतान करते हैं तो हमसे सावधानी बरतें की वह वेबसाइट सही तो है। पता चला की गलत जगह भुगतान करने के चक्कर में आप अपने क्रेडिट कार्ड की जानकारी जालसाज लोगो को दे बैठे।
  • अपने फोन और लैपटॉप में कभी भी अपने क्रेडिट कार्ड की जानकारी को सेव न करें क्योंकि अगर आपका फोन या लैपटॉप किसी के हाथ लग गया तो आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारी भी उससे साझा हो जायेगी।
  • कुछ लोग जो ज्यादा ही खर्चीले होते हैं वो अपने क्रेडिट कार्ड की गतिविधियों पर ध्यान नहीं देने से उसके साथ किसी भुगतान को करते समय धोखा धडी के चांस ज्यादा हो जाते हैं। इसलिए हमेशा अपने क्रेडिट कार्ड भुगतान पर नजर रहे।
  • अपने क्रेडिट कार्ड के हर एक लेन देन के लिए एसएमएस अलर्ट तो ले ही साथ में ईमेल अलर्ट भी ले क्योंकि कभी कभी किसी कारणवश आपको एसएमएस नहीं आ पाता है, पता चले ऐसे में आपके साथ फ्रॉड हो जाए।

अगर आपके साथ क्रेडिट कार्ड फ्रॉड हुआ हैं तो क्या करें

  • अगर आपके साथ क्रेडिट कार्ड फ्रॉड होता है तो सबसे पहले घबराए नहीं बल्कि अपनी क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता कंपनी से संपर्क करके आपके साथ जो धोखाधड़ी हुई है उसकी संपूर्ण जानकारी दे।
  • अपनी क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता को तो सूचना देना ही मगर साथ में अपने नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन या ऑनलाइन साइबर सेल को भी आपके साथ हुई धोखाधड़ी की संपूर्ण जानकारी देवे।
  • अगर आपको लगता है की आपके साथ क्रेडिट कार्ड फ्रॉड हुआ है तो आप आरबीआई के फ्रॉड इंस्पेक्टर जनरल (OFIG) को शिकायत कर सकते हो।
  • यदि कभी आपके क्रेडिट कार्ड से आपके बिना ज्ञान के कोई लेनदेन हुआ है तो आप अपने कार्ड जारीकर्ता की टोल फ्री हेल्पलाइन पर शिकायत कर अपने क्रेडिट कार्ड को फ्रिज या बंद कर सकती हैं।
  • अगर आप क्रेडिट कार्ड फ्रॉड के शिकार हुए हैं तो उस घटना की सूचना व शिकायत भारत सरकार की साइबर क्राइम (Cyber crime) को कर सकते हैं। आप चाहे तो साइबर क्राइम की आधिकारिक वेबसाइट पे जाकर भी शिकायत कर सकते हैं। साइबर क्राइम की आधिकारिक वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/

क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी रोकने के लिए आरबीआई क्या कर रही है?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ग्राहक के साथ क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी होने पर दिशा निर्देश दिए हुए है। ग्राहक के हित में बात करते हुए आरबीआई ने क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता कंपनियों को दिशा निर्देश दिए है, कि यादि जब किसी ग्राहक के साथ क्रेडिट कार्ड फ्रॉड होने के बाद वो धोखाधड़ी की रिपोर्ट 3 दिन में क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता कंपनी को करते है, तो उस धोखाधड़ी की पूरी राशि वापस करने का उत्तरदायी क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता कंपनी की होगी।

वहीं अगर ग्राहक क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी की रिपोर्ट 3 दिन के बाद करता है, लेकिन क्रेडिट कार्ड मासिक विवरण प्राप्त होने के 60 दिन के अंदर तो ऐसे में क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता अपने ग्राहक को मात्र ₹25000 रूपए तक देयता होगा। अगर क्रेडिट कार्ड बिल प्राप्त होने के 60 दिन के बाद क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी की रिपोर्ट करते है तो उसमें पूर्ण उत्तरदायी ग्राहक स्वयं ही होगा।

क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न: क्रेडिट कार्ड में फ्रॉड कैसे होता है?

उत्तर: क्रेडिट कार्ड फ्रॉड मुख्यत तब होता है जब आपका क्रेडिट कार्ड चोरी हो गया हो या किसी तरह आपके क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी जालसाज लोगों तक पहुंच जाए।

प्रश्न: फ्रॉड हो तो क्या करें?

उत्तर: अगर आपके साथ क्रेडिट कार्ड फ्रॉड हो तो आप साइबर क्राइम की आधिकारिक वेबसाइट पर या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत कर सकते हैं।

प्रश्न: क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी कैसे पकड़ी जाती है?

उत्तर: क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी को तब ही पकड़ी जा सकता हे जब आप अपने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट पर नजर रखते हों।

प्रश्न:क्रेडिट कार्ड में फ्रॉड कैसे होता है?

उत्तर: क्रेडिट कार्ड फ्रॉड मुख्यत तब होता है जब आपका क्रेडिट कार्ड चोरी हो गया हो या किसी तरह आपके क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी जालसाज लोगों तक पहुंच जाए।

प्रश्न:फ्रॉड हो तो क्या करें?

उत्तर: अगर आपके साथ क्रेडिट कार्ड फ्रॉड हो तो आप साइबर क्राइम की आधिकारिक वेबसाइट पर या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत कर सकते हैं।

प्रश्न:क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी कैसे पकड़ी जाती है?

उत्तर: क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी को तब ही पकड़ी जा सकता हे जब आप अपने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट पर नजर रखते हों।

Narendra Mewada
Narendra Mewada

Narendra Mewada पेशे से एक Banker होने के साथ साथ Stock और Mutual Fund में एक Passionate निवेशक, साथ ही Finance Niche Content Writer। पिछले कुछ समय से मैं लोगों को Financially Independent बनने के लिए अपने हिंदी और सरल भाषा में ब्लॉग लिखकर प्रेरित कर रहा हूं।

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